दिल्ली में अन्ना हजारे अनशन से पहले यह फर्जी वाले ढोंगी रिहल्सल करता था की भ्रष्टाचार के नाम जनलोकपाल का ड्रामा कैसे करना है। वो भी बन्द कमरे मे। इस कमरे में इसके साथ कवि कुमार विश्वास भी है। देखो और सुनो कैसे कुमार विश्वास चाहे मजाक मे या सीरियस मे इसके पीछे से कह रहा की बहुत बदमाश है। आजतक जनलोकपाल नहीं आया...?
क्योंकि इसका मकसद था देश की जनता को पागल बनाकर देश के और राजनीतिक घरानों की तरह पूरी जिंदगी पार्टी बनाकर मौज लेना।
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