मेरा इंदौर शहर अब बैलगाड़ी और तांगों की सवारी नहीं करता... अब वो हवा से बात करता हैं, जमीन से चाँद तक जाता हैं... मनोरंजन की दुनिया में भी वो 5 जी की स्पीड अपनाता हैं... मेरा शहर अब बदलता नजर आता हैं... जमीन से मेट्रो देखता हैं... तकनीक से चाँद की जानकारी जुटाता हैं... चाँद पर तिरंगा लहराता हैं... ब्रह्माण्ड को नाप 300 से अधिक देशों में अपने नाम का डंका बजाता हैं... मेरा देश, शहर अब बैलगाड़ी, तांगों में नहीं मेट्रो में सफर कर अब फुले नहीं समाता हैं... विजन हो तो हर चीज में कामियाबी मिल जाती हैं... जज्बा अगर हो तो पानी में भी सुरंग बन जाती हैं... हमारे देश की इस तरक्की ने भारत को नया मुकाम दे दिया... दुनिया के नक्शे में भी अपना अलग नाम हो गया... ओद्योगिक राजधानी कहे जाने वाले इंदौर शहर ने सारे विश्व में अपनी अलग छाप छोड़ी हैं... स्वास्थ्य, सफाई, वायु प्रदूषण में भी नंबर वन आकर हर इंदौरी की छाती 56 की हैं...